Types of Mutual Funds in Hindi : कौन सी कैटेगरी का म्यूचुअल फंड बेस्ट है?

Types of Mutual Funds in Hindi : नमस्कार ! Mutual Fund इन्वेस्टमेंट का एक शानदार तरीका है,जो बाकि Investment प्लेटफार्म से अलग है, Mutual Fund में हर तरह के निवेशक के लिए ऑप्शन रहता है । आपको बता दूँ बहुत सारे लोग Mutual Fund में निवेश करने की सोचते तो हैं, लेकिन उनको सही जानकारी न होने के वजह से इन्वेस्ट करने से कतराते है, या अगर किसी ऑनलाइन AMC / Broker के जरिये इन्वेस्ट करने जा रहे है तो सबसे बड़ा सवाल होता है – कौन सा Fund चुनें?

यहाँ आपको बताना चाहूंगा, हर निवेशक का Risk, Goal और Time Horizon अलग होता है। इसलिए Mutual Funds को कई प्रकारों में बाँटा गया है। आइए आसान भाषा में समझते हैं – Mutual Fund के मुख्य प्रकार कौन-कौन से हैं और किसके लिए सही हैं। आज इस आर्टिकल में हम Mutual Fund के प्रकार (Types of Mutual Funds in Hindi) को अच्छे से समझने का प्रयास करेंगे ताकि इन्वेस्ट के समय हम सही निर्णय लेकर इन्वेस्ट कर सके।

म्यूचुअल फंड कितने प्रकार के होते हैं?

Types of Mutual Funds in Hindi : भारत में हर व्यक्ति का अपना निवेश करने का उद्देश्य और जोखिम उठाने की क्षमता अलग होती है। इसी वजह से भारत में Mutual Fund स्कीम  को भी अलग-अलग श्रेणियों में बांटा गया है ताकि निवेशक अपनी जरूरत के हिसाब से सही विकल्प चुन सकें, और अपने जरुरत और पसंद के हिसाब से इन्वेस्ट कर सके.

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तो आइये जानते है म्यूच्यूअल फण्ड ( Best mutual fund types in india ) कितने प्रकार के होते है,

Equity Mutual Fund क्या है? (Equity Fund in Hindi)

Types of Mutual Funds in Hindi : Equity Mutual Fund वो होता है जिसमें निवेशकों का पैसा Fund Manager मुख्य रूप से शेयर मार्केट में इन्वेस्ट करते है.

Equity Mutual Fund की मुख्य खासियत

  • High Risk – High Return : शेयर मार्केट पर आधारित होने की वजह से उतार-चढ़ाव ज्यादा होता है।
  • लंबे समय के लिए बेहतर : 5 से 10 साल तक निवेश रखने वालों के लिए अच्छा विकल्प हो सकता है 
  • उदहारण के  लिए : मान लीजिये कोई अपने बेटी के शादी या बच्चे के हायर Education के लिए फण्ड जुटाना चाहता है, और सहरे मार्किट में इन्वेस्ट करना चाहता है ,तो Equity Mutual fund में सही Scheme पे पैसा लॉन्ग टर्म में इन्वेस्ट एक अच्छा विकल्प हो सकता है.

👉 किसके लिए ? – याद रहे जो निवेशक ज्यादा रिटर्न चाहते हैं और Risk उठा सकते हैं उनके लिए Equity Mutual Fund (Invest ) अच्छा विकल्प हो सकता है.

Debt Mutual Fund क्या है? (Debt Fund in Hindi)

Debt Mutual Fund उन निवेशकों के लिए है जो ज्यादा जोखिम नहीं उठाना चाहते।और Mutual फण्ड में पैसा लगाना चाहते है, उनके लिए Debt फण्ड सही ऑप्शन है, इस तरह के फण्ड में निवेश करने से Fund Manager निवेशक का पैसा Bonds, Debentures और Fixed Income Securities में इन्वेस्ट करते है, जिससे इन्वेस्टर को कम रिस्क वाला ऑप्शन मिलता है.

Debt Mutual Fund की खासियतें

  • Low to Moderate Risk: Equity Mutual Fund से ज्यादा सुरक्षित होता है नए निवेशक के लिए अच्छा विकल्प हो सकता है.
  • Regular Income: इसमें स्थिर रिटर्न मिलने की संभावना ज्यादा होती है।
  • Short-term Goals: 1 से 3 साल की अवधि के लिए अच्छा विकल्प हो सकता है ।

👉 किसके लिए? – जो निवेशक सुरक्षित निवेश चाहते हैं और Stable Returns की तलाश में हैं। ऐसे निवेशक के लिए Debt Fund में Invest एक अच्छा विकल्प हो सकता है।

Hybrid Mutual Fund क्या है? (Hybrid Fund in Hindi)

Hybrid Fund में Equity और Debt दोनों फण्ड का मिश्रण होता है। यानी आपका पैसा शेयरों में भी लगता है और Bonds, Debentures और Fixed Income Securities में इन्वेस्ट होता है.

Hybrid Mutual Fund की खासियतें

  • Balanced Risk: Equity + Debt होने से Risk और Return दोनों संतुलित रहते हैं, 
  • New Investors के लिए Perfect: शुरुआती निवेशकों को यह भी विकल्प लोगो को ज्यादा पसंद आता है क्यो की इस फण्ड में निवेश करने से निवेशक को काम रिस्क उठाना पड़ता है  
  • Flexibility: इस ऑप्शन में Investor अपनी जरूरत के हिसाब से Conservative या Aggressive Hybrid चुन सकता है। 

👉 किसके लिए? – जो निवेशक Equity में भी हिस्सा चाहते हैं लेकिन पूरा पैसा Risk में नहीं डालना चाहते उनके लिए ये Hybrid Mutual Fund बेहतर ऑप्शन हो सकता है.

ELSS – Equity Linked Saving Scheme क्या है?

ELSS (Equity Linked Saving Scheme) एक प्रकार का म्यूचुअल फंड है जो मुख्य रूप से शेयर बाजार में निवेश करता है। यह निवेशकों को लंबे समय में अच्छा रिटर्न देने की क्षमता रखता है। आपको बता दूँ ELSS फण्ड में 3 साल का लॉक-इन पीरियड होता है,जो अन्य टैक्स-सेविंग विकल्पों से कम है। सेक्शन 80C के तहत 1.5 लाख रुपये तक के निवेश पर टैक्स छूट मिलती है। यह उन निवेशकों के लिए उपयुक्त है जो जोखिम लेने को तैयार हैं। और टैक्स सेविंग के लिए निवेश एक अच्छा विकल्प है

ELSS की खासियतें

  • Tax Benefits: Income Tax Act की धारा 80C के तहत ₹1.5 लाख तक की छूट।
  • Lock-in Period: 3 साल – यानी इसमें निवेश करने के बाद 3 साल तक पैसा नहीं निकाल सकते।
  • Long-term Wealth Creation: Tax बचाने के साथ अच्छे रिटर्न का मौका।

👉 किसके लिए? – ऐसे निवेशक जो निवेशक Tax भी बचाना चाहते हैं और Equity Market का लाभ भी उठाना चाहते हैं। उनके लिए ये अच्छा इन्वेस्टमेंट विकल्प हो सकता है.

Index Fund क्या है? (Index Fund in Hindi)

Index Fund वो Fund है जो किसी Index (जैसे Nifty 50 या Sensex 30) को Follow करता है। यह निवेशकों को बाजार के औसत रिटर्न प्राप्त करने का आसान तरीका प्रदान करता है। इंडेक्स फंड लंबी अवधि के लिए विविध और कम जोखिम वाला निवेश विकल्प है। अगर निफ्टी 50 में 50 कंपनियां हैं, तो इंडेक्स फंड उन सभी में निवेश करता है, ताकि उसका रिटर्न इंडेक्स के रिटर्न के करीब रहे।

Index Fund की खासियतें

  • Low Expense Ratio: Fund Manager को ज्यादा बदलाव नहीं करना पड़ता, इसलिए खर्च कम होता है।
  • Market जैसा Growth: Nifty या Sensex जैसा ही रिटर्न मिलता है।
  • Stable Option: नए निवेशकों के लिए अच्छा विकल्प।

👉 किसके लिए? – जो Investor Market के हिसाब से Safe और Simple Option चाहते हैं उनके लिए ये फण्ड अच्छा विकल्प हो सकता है.

Mutual Funds Types – Comparison with Lock-in & Liquidity

Fund TypeRisk LevelSuggested Time Horizon
Lock-in / Liquidity

Suitable For
Equity FundHigh5–10 सालकोई Lock-in नहीं (Open-ended Funds), लेकिन 1 साल से पहले बेचने पर Tax लगेगाHigh Risk Takers, Long-term Goals
Debt FundLow1–3 सालकोई Lock-in नहीं, कभी भी Withdrawal कर सकते हैंSafe & Low Risk  Investment चाहने वाले
Hybrid FundMedium3–5 सालकोई Lock-in नहीं, पैसा कभी भी निकाल सकते हैंBeginners, Balanced Investors
ELSS FundHigh3 साल +3 साल का Compulsory Lock-inTax Saving + Long-term Investors
Index FundLow-Medium5 साल+कोई Lock-in नहीं, Market Value पर कभी भी WithdrawalStable Growth चाहने वाले
ये Example सिर्फ और सिर्फ आपके समझने ( एजुकेशन ) के लिए है, इन्वेस्ट करने से पहले जाचे सोचे समझे फिर इन्वेस्ट करे

अपने लिए सही Mutual Fund कैसे चुनें?

निचे दिए उदहारण से आप अपने लिए Best Mutual Fund सेलेक्ट कर सकते है आइये समझते है कैसे ?

  • अगर आप ज्यादा Risk उठा सकते हैं और लंबी अवधि के लिए निवेश कर सकते हैं तो आपको  → Equity Fund चुनना चाहिए।
  • अगर आप Mutual फण्ड में Safe इन्वेस्टमेंट Option चाहते हैं → Debt Fund आपके लिए बेहतर बेहतर विकल्प हो सकता है।
  • अगर आप म्यूच्यूअल Fund में Risk और Safety का Balance चाहते हैं → Hybrid Fund सही विकल्प हो सकता है।
  • अगर आप टैक्स बचाना और सेविंग भी करना चाहते हैं → ELSS Fund सही विकल्प आपके लिए हो सकता है।
  • अगर आप म्यूच्यूअल फण्ड में Stable और Simple Option में इन्वेस्ट करना चाहते हैं → Index Fund बेहतर आपके लिए सही विकल्प रहेगा।

निष्कर्ष – Mutual Fund Types in Hindi

Mutual Fund हर तरह के निवेशकों के लिए अलग-अलग विकल्प देता है। Equity, Debt, Hybrid, ELSS और Index Fund सभी के अपने फायदे और Risk Levels हैं। आपको बस अपनी ज़रूरत, Risk Capacity और Investment Duration को ध्यान में रखकर सही Fund चुनना है।

👉 याद रखें – “Mutual Fund में निवेश Market Risk के अधीन है, इसलिए निवेश से पहले योजना की शर्तें ध्यान से पढ़ें।”

 Disclaimer:

Mutual Fund में निवेश करना Market Risk के अधीन है। इसमें मिलने वाला Return तय नहीं होता, क्यो की  यह पूरी तरीके से Share बाजार के उतार-चढ़ाव पर निर्भर करता है। किसी भी फण्ड में निवेश करने से पहले योजना से जुड़ी सभी Terms & Conditions, Fund Documents और Risk फैक्टर्स को ध्यान से पढ़ें

👉 यह आर्टिकल मैंने आपके सिर्फ शिक्षा और जानकारी (Only Educational Purpose) के लिए दी है। यहाँ दी गई जानकारी किसी भी प्रकार की Financial Advice या Investment Recommendation नहीं है। 

👉 निवेश का निर्णय लेते समय सबसे पहले अपनी वित्तीय स्थिति, Risk Capacity और विशेषज्ञ सलाह (Financial Asor/Pdvilanner) को ज़रूर ध्यान में रखें और अलग – अलग फाइनेंसियल Advisors से समझ कर इन्वेस्ट करे, क्यो पैसा आपका है तो रिस्क भी आपका है.

Mutual Fund Lock-in Period & Withdrawal – FAQ

Q1- क्या Mutual Fund में Loss हो सकता है?

👉 हाँ, क्योंकि यह Market-linked होता है। लेकिन Diversification से Risk कम हो जाता है।

Q2. क्या Mutual Fund बैंक FD जैसा Safe है?

👉 FD पूरी तरह Safe है, लेकिन Mutual Fund में Risk है क्योंकि यह Market-linked होता है और Return भी ज्यादा हो सकता है।

Q3. क्या Mutual Fund में पैसा कभी भी निकाल सकते हैं?

👉 हाँ, Open-ended Funds में कभी भी पैसा निकाल सकते हैं। ELSS Fund में 3 साल Lock-in Period होता है। 

Q4. Mutual Fund से पैसा कब निकाल सकते हैं?

👉 ज्यादातर Equity, Debt, Hybrid और Index Fund Open-ended होते हैं, यानी आप कभी भी पैसा निकाल सकते हैं। हां, अगर आप 1 साल से पहले Equity Fund से पैसा निकालते हैं तो Tax लगेगा।

Q5. क्या हर Mutual Fund में Lock-in Period होता है?

👉 नहीं, सिर्फ ELSS (Equity Linked Saving Scheme) में 3 साल का Compulsory Lock-in होता है। बाकी Funds (Equity, Debt, Hybrid, Index) में Lock-in नहीं होता।

Q6. सबसे Flexible Mutual Fund कौन सा है?

👉 Debt Mutual Fund और Liquid Funds सबसे ज्यादा Flexible माने जाते हैं क्योंकि इनमें से आप 24 घंटे के अंदर भी पैसा निकाल सकते हैं।

Q7. अगर मैं जल्दी पैसा निकाल लूँ तो कोई Loss होगा?

👉 हाँ, अगर Market नीचे है और आप Equity या Hybrid Fund उस टाइम जल्दी बेच देते हैं तो आपको Loss हो सकता है। साथ ही 1 साल से पहले Equity Fund से Withdrawal करने पर 15% Short-term Capital Gain Tax भी देना पड़ता है।

Q8. Long-term Investment के लिए कौन सा Mutual Fund बेहतर है?

👉 अगर आप 5–10 साल तक निवेश रख सकते हैं तो Equity Fund और Index Fund सबसे बेहतर विकल्प हैं। ये समय के साथ Wealth Creation में मदद करते हैं।






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