Mutual Fund Risk And Return In Hindi : म्यूचुअल फंड में क्या रिस्क होता है ?

Mutual Fund Risk and Return in Hindi : नमस्कार ! Mutual Fund में निवेश आज भारत में लाखों लोगों की पसंद बन चुका है। खासकर युवा पीढ़ी Mutual Fund में इन्वेस्ट करने में ज्यादा उत्सुक है,लेकिन सही जानकारी न होने से ,अक्सर लोग Mutual Fund को Bank FD या Saving Account जैसा Safe मान लेते हैं। 

लेकिन हकीकत यह है कि Mutual Fund Market से जुड़ा होता है, और इसका प्रदर्शन बाज़ार की चाल पर निर्भर करता है। इसलिए निवेश करने से पहले Risk और Return का सही रिश्ता समझना बेहद जरूरी है। अन्यथा आप अपना नुकसान कर बैठेंगे,

आज इस आर्टिकल में हम Mutual फण्ड में निवेश करने से पहले Risk और Return क्या है बारीकी से समझेंगे ताकि हमे MF निवेश में नुकसान नहीं उठाना पड़े। 

म्यूचुअल फंड में  Risk और Return क्या होता है 

Mutual Fund Hindi 2025 : शेयर मार्किट Investment में हमेशा एक Basic Rule लागू होता है: “जितना ज्यादा Risk, उतना ज्यादा Return का मौका और जितना कम Risk, उतना कम Return” याद रखे म्यूच्यूअल फण्ड से ज्यादा Return कमाने के के लिए आपको LongTerm इन्वेस्टमेंट में बने रहना चाहिए.

Mutual Fund इन्वेस्टमेंट भी इसी नियम पर चलता है:

Equity Mutual Fund → ज्यादा Risk लेकिन Long Term में ज्यादा Return।

Debt Mutual Fund → कम Risk लेकिन Return भी सीमित।

Hybrid Fund → Risk और Return का संतुलन।

👉 यानी, अगर आप सुरक्षित रहना चाहते हैं तो Return Sacrifice करना पड़ेगा और अगर आप High Return चाहते हैं तो Risk लेना पड़ेगा।

म्यूचुअल फंड में कितना रिस्क होता है ?

Mutual Fund Risk and Return in Hindi : आपको बता दूँ हम जब भी Mutual Fund निवेश करते है तो हमे कई तरह के Risk सामने आते हैं। आइए उदाहरण के तौर पर हर प्रकार को Detail में समझते हैं:

1. Market Risk (बाज़ार जोखिम)

  • यह रिस्क Equity Mutual Fund में सबसे बड़ा होता है ।
  • अगर Share Market नीचे जाता है तो आपके इन्वेस्टमेंट Fund की Value भी घट जाएगी।
  • Example: अगर Sensex 3 % गिरता है तो आपके Equity Fund का NAV भी गिर सकता

👉 यह Risk Short Term में ज्यादा होता है लेकिन Long Term (5+ साल) में Market Recovery का Chance होता है। जिससे हमे नुकसान बहुत ही कम होगा या ना के बराबर होता है अगर मार्केट जल्दी रिकवर हो गया तो लॉन्गटर्म में बने रहने से अच्छे Return मिल सकते है. 

2. Liquidity Risk (तरलता जोखिम)

जब कुछ Investor एक साथ बहुत बड़ी मात्रा में पैसा Withdraw कर लें, तो Fund Manager को Asset बेचने पड़ते हैं। इससे NAV पर दबाव पड़ता है। जिससे आपके Return पे असर हो सकता है.

Example: 2020 Lockdown के दौरान कुछ Debt Funds में Liquidity Crisis देखने को मिला। लोग अपने पैसे Mutual Fund Se निकलना शुरू कर दिए थे जिससे Investment Fund में जो बचे इन्वेस्टर थे उनको नुकसान उठाना पड़ा था.

 3. Interest Rate Risk (ब्याज दर जोखिम) 

आपको बता दूँ Debt Mutual Funds में यह Risk Common है। क्यो की Debt Mutual Fund का Invest Fund Govt Bond < FD में इन्वेस्ट होते है जिससे –

  • जब RBI Interest Rate बढ़ाता है, तो Bond Prices गिर जाती हैं → NAV कम हो जाती है।
  • यानी Interest Rate और Debt Fund NAV का Relation उल्टा है। NAV कम मतलब आपके Mutual Fund Investment पे सीधा असर

4. Fund Manager Risk (फंड मैनेजर जोखिम)

Mutual Fund Risk and Return in Hindi : बता दूँ हर Mutual Fund का Performance काफी हद तक Fund Manager की Strategy / Research पर निर्भर करता है।

अगर म्यूच्यूअल फण्ड Manager की Investment Strategy Fail हो जाए तो NAV गिर सकता है। जिससे आपके इन्वेस्टमेंट पे गहरा असर हो सकता है इस लिए किसी भी फण्ड को चुनने से पहले लास्ट 3 to 5 Year  का Return & 5 Star Rating फण्ड  ही  चुने इससे आपको सही फण्ड चुनने में मदद मिलेगी.

Also Read : Mutual Fund NAV Kya Hai ? म्यूचुअल फंड निवेश से पहले NAV समझे.

Also Read : Types of Mutual Funds in Hindi : कौन सी कैटेगरी का म्यूचुअल फंड बेस्ट है?

Mutual Fund Risk and Return In Hindi

 Mutual Fund में Return कैसे काम करता है?

Mutual Fund in Hindi 2025 : Mutual Fund में रिटर्न (Return) का मतलब है कि आपने जो पैसा Mutual Fund में निवेश किया है, उस पर आपको कितना लाभ (Profit) या नुकसान (Loss) हुआ। जब आप म्यूचुअल फंड में पैसा लगाते हैं तो वह पैसा शेयर, बॉन्ड या दूसरी सिक्योरिटीज़ में Fund Manager या AMC के द्वारा लगाया जाता है। इनके NAV के दाम बढ़ने या घटने पर आपके निवेश की वैल्यू भी बदलती है।

रिटर्न को समझने के लिए दो मुख्य तरीके होते हैं: जैसे

  • NAV (Net Asset Value) – म्यूचुअल फंड का NAV बढ़ने पर आपके यूनिट्स की वैल्यू भी बढ़ती है, यानी आपको सीधा फायदा होता है।
  • Dividend / Payout – कुछ फंड आपको समय-समय पर डिविडेंड भी देते हैं, जो सीधे आपके खाते क्रेडिट होता है
  • Mutual Fund Return आमतौर पर तीन तरह से देखा जाता है – Example
  • Absolute Return – शुरुआत से अब तक का कुल रिटर्न
  • Annualized Return (CAGR) – हर साल औसतन कितना रिटर्न मिला।
  • XIRR – अगर आपने SIP किया है तो यह आपके पूरे निवेश का सही औसत रिटर्न बताता है।

सीधी भाषा में कहें तो म्यूचुअल फंड का रिटर्न आपके निवेश के बढ़ने-घटने का नतीजा है। लंबी अवधि में, अच्छे फंड्स आपको FD से ज्यादा रिटर्न दे सकते हैं, लेकिन इसमें मार्केट रिस्क भी शामिल होता है। सोच समझ कर Research Se अच्छे फण्ड में इन्वेस्ट करने से FD से से ज्यादा Return मिल सकता है I

Important LinkClick Here

 निष्कर्ष (Conclusion)

Mutual Fund में Risk और Return दोनों जुड़े रहते हैं। क्यो की ये शेयर मार्केट से लिंक्ड होते है लेकिन अगर आप इन्हें समझकर अपने लिए सही Plan चुनते हैं तो बेहतर Wealth Creation कर सकते हैं।

👉 याद रखें:

  • Short Term → Debt Fund
  • Medium Term → Hybrid Fund
  • Long Term → Equity Fund

और सबसे जरूरी, हमेशा अपना Investment Goal और Risk Appetite देखकर ही Mutual Fund चुनें।

Mutual Fund निवेश में Risk और Return का सीधा संबंध है।

  • High Return = High Risk
  • Low Return = Low Risk

👉 सही रणनीति (Asset Allocation + SIP + Long Term Approach) अपनाकर आप Risk को Manage कर सकते हैं और अच्छे Returns कमा सकते हैं। 

उम्मीद करता हूँ आपको ये आर्टिकल पसंद आया होगा आप इस आर्टिकल को अपने दोस्तों और रिस्तेदारो को जरूर शेयर करे ताकि उन तक भी ये अनोखा जानकारी मिल सके और वो भी जानकारी रख सके 

Disclaimer

यहाँ तक पढ़ने के लिए धन्यवाद, यह जानकारी केवल आपके शैक्षिक उद्देश्य (Educational Purpose) के लिए दी गई हैMutual Fund – Share Market से जुड़े होते हैं और इनमें Risk बना रहता हैनिवेश करने से पहले अपने Financial Advisor से सलाह जरूर लें। और बिना Research और प्लान को समझे किसी भी फण्ड में पैसा लगाने से बचे. याद रहे इन्वेस्ट करने से पहले आपको Financial Advisor से सलाह जरूर लेना चाहिए

FAQs 

Q1. Mutual Fund चुनते समय सबसे जरूरी क्या है?

👉 आपका Investment Goal और Risk प्रोफाइल ये बेहद सावधानी से चुनें ।

Q2. क्या High Return वाला Fund ही Best होता है?

👉 जरूरी नहीं। High Return = High Risk भी होता है। 

Q3. Direct Plan बेहतर है या Regular Plan?

👉 अगर आप खुद Research कर सकते हैं तो Direct Plan, वरना अगर आप नए निवेशक है तो Advisor के साथ Regular प्लान चुने ।

Q4. क्या Mutual Fund में पैसा हमेशा Safe है?

👉 नहीं, यह Market-Linked है। Risk और Return दोनों जुड़े रहते हैं। निवेश से पहले योजना से जुड़ा दस्तावेज ध्यान पूर्वक पढ़े फिर निवेशक करे.

Q5. Mutual Fund चुनने का Best तरीका क्या है?

👉 Goal, Risk Appetite, Past Performance 3Year का , Expense Ratio और AMC की Reputation देखकर प्लान चुने।


Leave a Comment